दिवाली पर दान का महत्व समृद्धि, खुशी और आध्यात्मिक लाभ प्राप्त करने के लिए है। दान से जरूरतमंदों को मदद मिलती है और नकारात्मकता दूर होती है, जिससे घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है। वस्त्र, अनाज, धन, और सुहाग सामग्री जैसी विभिन्न वस्तुओं का दान किया जाता है, जो विभिन्न मान्यताओं के अनुसार शुभ माने जाते हैं।
दान का महत्व और लाभसमृद्धि और सौभाग्य:
जरूरतमंदों को वस्त्र दान करने से दरिद्रता दूर होती है और लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है। सुहाग की सामग्री दान करने से अखंड सौभाग्य मिलता है। सकारात्मक ऊर्जा: दीप दान करने से अज्ञान का अंधकार मिटता है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
आध्यात्मिक उन्नति:
गौ दान को बहुत श्रेष्ठ माना जाता है, जिससे व्यक्ति की आध्यात्मिक उन्नति और दीर्घायु होती है।
करुणा और खुशी
दिवाली पर दान करना लोगों को दयालुता और करुणा का महत्व सिखाता है, जिससे खुशी और संतुष्टि का एहसास होता है।
मानसिक शांति
दान करने से मन को शांति और संतोष मिलता है। दिवाली पर किए जाने वाले दानअन्न दान: गरीबों और जरूरतमंदों को भोजन दान करना बहुत सम्मानजनक माना जाता है।
वस्त्र दान
जरूरतमंदों को कपड़े देने से दरिद्रता दूर होती है।
धन दान
योग्य व्यक्ति को धन दान करने से धन-वृद्धि और आर्थिक स्थिरता मिलती है।
दीप दान
अंधकार को दूर करने और सकारात्मक ऊर्जा लाने के लिए दीप दान करें।
सुहाग सामग्री का दान
सुहागिन महिलाओं को सिंदूर, चूड़ी, और लाल साड़ी जैसी वस्तुएं दान करना शुभ माना जाता है।